Neeraj Chopra: भारत के 'गोल्डन बॉय' ने पार की 90 मीटर की बाधा, मिलिए नीरज चोपड़ा से | कैरियर, फैमिली, नेटवर्थ

Neeraj Chopra Success Story: भारत के विश्व चैंपियन और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने आखिरकार अपने देश के पहले एथलीट के रूप में 90 मीटर की दूरी पार कर ली है। ऐसे में आइए आज इस खास मौके पर भारत के एक युवा और प्रतिभाशाली भाला फेंक एथलीट के जीवन पर एक नजर डालते हैं।

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Authored by: Swati Mishra

Updated May 17, 2025 11:08 IST

Neeraj Chopra Biography

Neeraj Chopra: भाला फेंक में विश्व रिकॉर्ड, सेना में पद, परिवार, शिक्षा, और Net Worth, जानिए इस 'गोल्डन बॉय' के बारे में सबकुछ

Neeraj Chopra Success Story : नीरज चोपड़ा भारत के एक युवा और प्रतिभाशाली भाला फेंक एथलीट हैं। उन्होंने बहुत कम समय में विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था, और ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट बने थे। उन्होंने दुनिया को दिखा दिया था ई भारत किसी से पीछे नहीं है।
यही नहीं, अपनी शानदार प्रतिभा और कड़ी मेहनत के दम पर नीरज ने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के लिए मेडल जीते हैं। उनकी उपलब्धियों ने युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित किया है और पूरे देश को गर्व महसूस कराया है। नीरज चोपड़ा न केवल एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी हैं। उन्होंने हर कदम पर खुद को साबित किया है। लेकिन आज हम उनके बारे में क्यों बात कर रहे हैं, आइए इसको विस्तार से देखते हैं।
नीरज चोपड़ा ने पूरा किया सपना!
भारत के विश्व चैंपियन और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने आखिरकार अपने देश के पहले एथलीट के रूप में 90 मीटर की दूरी पार कर ली है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि उन्होंने शुक्रवार को दोहा डायमंड लीग के सीजन की शुरुआती प्रतियोगिता में 90.23 मीटर भाला फेंक कर हासिल की है। ऐसे में एक बार फिर पूरा देश नीरज चोपड़ा की बधाई दे रहा है।

नीरज चोपड़ा का प्रारंभिक जीवन
नीरज चोपड़ा, का जन्म 24 दिसंबर 1997, को पानीपत, हरियाणा में हुआ। हरियाणा राज्य के पानीपत जिले के खंडरा गाँव में किसान सतीश कुमार और गृहिणी सरोज देवी के घर जन्मे नीरज चोपड़ा तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। जब वह छोटे थे, तो चोपड़ा के परिवार को चिंता हुई कि उनका वजन अधिक है और उन्होंने उन्हें नियमित व्यायाम के लिए पानीपत में एक व्यायामशाला में भेज दिया।
उस दौरान चोपड़ा पास के शिवाजी स्टेडियम में समय बिताते थे और अपनी उम्र के अन्य बच्चों को भाला फेंकते देखते थे। धीरे-धीरे उन्हें भी रुचि होने लगी। जब चोपड़ा के परिवार को भाला में उनकी रुचि के बारे में पता चला, तो उन्होंने उन्हें प्रोत्साहित किया, भले ही उनके गाँव में कोई भी इस खेल को नहीं जानता था लेकिन उनके माता-पिता ने अपने बेटे को आगे बढ़ाया।
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नीरज चोपड़ा; एथलेटिक करियर
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  • भाला फेंक खिलाड़ी जयवीर चौधरी ने पानीपत खेल प्राधिकरण में नीरज की प्रतिभा को पहचाना और वे उनके पहले कोच बने।
  • नीरज ने पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में नसीम अहमद से प्रशिक्षण प्राप्त किया, जहाँ उन्होंने लंबी दौड़ और भाला फेंकना सीखा।
  • शुरुआती सफलता: 2012 की जूनियर चैंपियनशिप (लखनऊ) में 68.40 मीटर का रिकॉर्ड थ्रो किया।
  • राष्ट्रीय स्तर पर पहचान: सीनियर राष्ट्रीय मैच में 70 मीटर और जूनियर वर्ग में 81.04 मीटर का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
  • अंडर-16 राष्ट्रीय चैंपियन: 2012 तक भाला फेंक में अंडर-16 राष्ट्रीय चैंपियन बने और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते।
  • पहला अंतरराष्ट्रीय पदक: 2014 में बैंकॉक में यूथ ओलंपिक गेम्स क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता में रजत पदक जीता।
2016 में महत्वपूर्ण जीत
  • गुवाहाटी (भारत) में दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक।
  • लोकेरेन (बेल्जियम) में ग्रैंड प्रिक्स में स्वर्ण पदक।
  • ब्यडगोस्ज़क (पोलैंड) में IAAF विश्व U20 चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और 86.48 मीटर का अंडर-20 विश्व रिकॉर्ड बनाया।
  • 2017 में एशियाई चैंपियन: भुवनेश्वर (भारत) में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहला स्थान प्राप्त किया।
नीरज चोपड़ा नेट वर्थ ( Neeraj Chopra Net worth )
2024 तक नीरज चोपड़ा की कुल संपत्ति लगभग 37 करोड़ रुपये (लगभग $4.5 मिलियन अमरीकी डालर) होने का अनुमान है। उनकी आय विभिन्न स्रोतों से आती है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से आय, ब्रांड एंडोर्समेंट और भारतीय सेना में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी के रूप में उनकी भूमिका शामिल है।
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नीरज चोपड़ा: भारतीय सेना में नियुक्ति
जब वह 19 साल के थे, तब चोपड़ा को भारतीय सेना में 'जूनियर कमीशन अधिकारी' के रूप में नौकरी की पेशकश की गई थी। चोपड़ा ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया को बताया, "हम किसान हैं, परिवार में किसी के पास सरकारी नौकरी नहीं है और मेरा परिवार मुश्किल से मेरा भरण-पोषण कर रहा है।" "लेकिन अब यह एक तरह की राहत है कि मैं अपने प्रशिक्षण को जारी रखने के अलावा अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहायता करने में सक्षम हूँ।" सेना में, चोपड़ा को मिशन ओलंपिक विंग पहल के लिए चुना गया और उन्होंने प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षण जारी रखा।
ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट – नीरज चोपड़ा
टोक्यो ओलंपिक की पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में जैसे ही अंतिम थ्रो हुआ, नीरज चोपड़ा ने इतिहास के पन्नों में अपना एक और नाम दर्ज करा लिया। टोक्यो में 87.58 मीटर की दूरी नापकर स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट बन गए ।
नीरज चोपड़ा के रिकॉर्ड्स (List of Neeraj Chopra ’s key achievements)
List of Neeraj Chopras key achievements

List of Neeraj Chopra’s key achievements

नीरज चोपड़ा: पुरस्कार से सम्मानित
नीरज चोपड़ा ने 2018 में अर्जुन पुरस्कार और 2020 के गणतंत्र दिवस सम्मान में विशिष्ट सेवा पदक जीता है। अभिनव बिंद्रा के बाद नीरज दूसरे भारतीय व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता हैं और ट्रैक-एंड-फील्ड ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।

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