महीने की शुरुआत, नए नियमों के साथ – जेब पर होगा सीधा असर!
Updated Jun 1, 2025 19:10 IST
आज से यानी 1 जून 2025 से देश में कई बड़े फाइनेंशियल और कंज़्यूमर से जुड़े नियम लागू हो गए हैं। इनमें बैंक एफडी की ब्याज दर, पीएफ से पैसे निकालने के तरीके, क्रेडिट कार्ड चार्ज, एलपीजी सिलेंडर की कीमत, एटीएम ट्रांजैक्शन फीस समेत कई नियम शामिल हैं। इन बदलावों का सीधा असर आम लोगों की जेब और उनकी फाइनेंशियल प्लानिंग पर पड़ने वाला है।
EPFO 3.0 से पीएफ निकासी और KYC होगा आसान
ईपीएफओ ने आज से EPFO 3.0 वर्जन लॉन्च कर दिया है। इसके तहत अब कर्मचारी भविष्य निधि (PF) निकालना, KYC अपडेट करना और क्लेम प्रोसेस करना पहले से तेज और आसान होगा। एक और खास बात यह है कि अब एटीएम कार्ड की तरह EPFO कार्ड का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिससे सर्विस और ज्यादा डिजिटल और सुविधाजनक हो जाएगी।
बैंक एफडी और लोन दरों में हो सकता है बदलाव
जून महीने में बैंकों द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और लोन की ब्याज दरों में बदलाव किया जा सकता है। इसकी वजह है आरबीआई द्वारा संभावित रेपो रेट में कटौती। सुर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ने पहले ही 5 साल की एफडी पर ब्याज दर को 8.6% से घटाकर 8% कर दिया है। अन्य बैंक भी इसी तरह की घोषणा कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स और चार्ज में नई व्यवस्था
1 जून से कोटक महिंद्रा बैंक समेत कई बैंकों के क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलाव हो गया है। अब रिवॉर्ड पॉइंट की लिमिट तय की जा सकती है। इसके अलावा, ऑटो-डेबिट फेल होने पर लगने वाली पेनल्टी में राहत दी गई है। फ्यूल या यूटिलिटी बिल पेमेंट्स पर एक्स्ट्रा चार्ज भी लग सकता है, जिससे कार्ड यूजर्स को सतर्क रहने की जरूरत है।
LPG सिलेंडर की कीमत में बदलाव, कमर्शियल गैस सस्ती
हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा होती है। आज 1 जून से तेल कंपनियों ने नए रेट जारी कर दिए हैं। इस बार घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन कमर्शियल 19 किलो के सिलेंडर की कीमत ₹24 घटा दी गई है। अब यह सिलेंडर ₹1,723.50 में मिलेगा। इससे पहले 1 अप्रैल को भी इसकी कीमत में ₹41 की कटौती हुई थी।
एटीएम से कैश निकालना हो सकता है महंगा
आज से एटीएम ट्रांजैक्शन को लेकर भी नया नियम लागू हो गया है। फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने के बाद लगने वाले चार्ज में बढ़ोतरी की गई है। यानी जो लोग बार-बार एटीएम से पैसे निकालते हैं, उन्हें अब हर अतिरिक्त ट्रांजैक्शन पर ज्यादा शुल्क देना पड़ सकता है। इससे नकद लेन-देन करने वालों की जेब पर सीधा असर होगा।
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